मैं एक मीठा लड्डू हूँ, शादी का,
सब कहते है पछताऐंगे, तो खाकर,
आप खाओगे मुझे ?
बोलो ना कब खाओगे ?
.
.
भावनाओं के मावे से बनाया गया हूँ,
परंपराओं की आँच पर पकाया गया हूँ,
किसी के प्यार की मिठास भी है मुझमें,
आप खाओगे
मुझे?
बोलो ना कब खाओगे ?
.
अंतरंग साथ के ड्राईफ्रूट से भरा हूँ,
सोंधी सी नोक-झोंक की महक मी घुली है,
अगाध विश्वास का
जायका भी है मुझमें,
आप खाओगे मुझे ?
बोलो ना कब खाओगे ?
.
पर ठहरिये ! मुझे चबाने के लिए समर्पण के दांत चाहिए,
.
मुझे पचाने के लिए
साफ दिल का हाजमोला चाहिए,
.
अगर नहीं हैं,तो क्या खाकर थूक दोगे?
.
पचा पाओगे मुझे?
.
मैं एक मीठा लड्डू हूँ
,शादी का,
सब कहते हैं पछताऐंगे, तो खाकर,
.
आप क्या करोगे ? खाओगे या पछताओगे ?
#जयश्रीकृष्ण
सब कहते है पछताऐंगे, तो खाकर,
आप खाओगे मुझे ?
बोलो ना कब खाओगे ?
.
.
भावनाओं के मावे से बनाया गया हूँ,
परंपराओं की आँच पर पकाया गया हूँ,
किसी के प्यार की मिठास भी है मुझमें,
आप खाओगे
मुझे?
बोलो ना कब खाओगे ?
.
अंतरंग साथ के ड्राईफ्रूट से भरा हूँ,
सोंधी सी नोक-झोंक की महक मी घुली है,
अगाध विश्वास का
जायका भी है मुझमें,
आप खाओगे मुझे ?
बोलो ना कब खाओगे ?
.
पर ठहरिये ! मुझे चबाने के लिए समर्पण के दांत चाहिए,
.
मुझे पचाने के लिए
साफ दिल का हाजमोला चाहिए,
.
अगर नहीं हैं,तो क्या खाकर थूक दोगे?
.
पचा पाओगे मुझे?
.
मैं एक मीठा लड्डू हूँ
,शादी का,
सब कहते हैं पछताऐंगे, तो खाकर,
.
आप क्या करोगे ? खाओगे या पछताओगे ?
#जयश्रीकृष्ण
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें