💊💉💊💉💊💉 दवा दारू ♠♠♠♠♠


आप कभी बीमार पड़े हो ?
मुमकिन है जरूर पड़े होंगे।
तो इलाज़ भी करवाने की जरूरत महसूस हुई होगी ?
हम्म वो तो करवाना ही पड़ता है इसमें पूछने वाली क्या बात है।
तो ये भी सम्भव है की कभी किसी रोज किसी नामुराद डॉक्टर ने कोई गलत दवा दे दी हो ? या दवा आपको सूट न करी हो ? आप समझ तो रहे हो न मैं क्या कहना चाह रहा हूँ ?
नहीं, अरे यार बीमारी की तरह ये भी तो होता ही रहता है। कभी कभी इलाज गलत तरीके से भी हो जाता है, मैंने खुद देखा है एक बन्दे को गलत गोली खाने की वजह से गोला बनते हुए, पूरा शरीर सूज गया था , जगह जगह चकते बन गए। फिर डॉक्टर ने दवा बदली तब जाकर ठीक हुआ।
बीमारी और उसका इलाज दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए है, इलाज करवाना ही बेस्ट ऑप्शन रहता है वरना मर्ज बढ़ सकता है।
लेकिन बीमारी शरीर में ही हो ये जरूरी नही। मेरा देश, मेरा भारत भी बीमार है, वर्षों से न जाने किन किन बीमारियों ने इसे घेर रखा है। अलग अलग प्रान्त अलग अलग बीमारी, कहीं भाषा, कहीं जाति, कहीं क्षेत्र तो कहीं पंथ तो कहीं आज़ादी, जिसके जो मन में आता है मुँह उठा के बक देता है अभिबकती के नाम पर। ऐसा बिलकुल नही है कि इन बीमारियों का कोई इलाज़ ही नही है, इलाज है और किया भी जा रहा है। लेकिन बीमारियां पुरानी है न तो ठीक होने में वक़्त तो लगेगा ही।
मैं जब बी एड के लिए कश्मीर में था तो वहाँ 6 महीने तक रहा था, उस प्रवास में समझ आ गया था की यहां के लोग खुद को भारतीय नही समझते, अलगाववादियों ने उनके दिमाग में इतना भूसा भर दिया है कि उन्हें हमारा कश्मीर गुलाम और पाक अधिकृत कश्मीर आज़ाद नज़र आता है। अपनी ही सेना , जो उनके लिए जान तक देने से गुरेज नही करते, ज़ुल्मी नज़र आती है। ये लोग छुप कर अपनी ही सेना पर हमला करते है, पत्थर फेंकते है। ऐसे लोगों की ओछी सोच के चलते ही आम कश्मीरी को भारतभर में सन्देह की दृष्टि से देखा जाता है। कल जेएनयू के कन्हैया ने इन अलगाववादी देशभक्तों का समर्थन करते हुए अपनी ही सेना को बलात्कारी बना डाला। ऐसा अगर हुआ भी होगा तो इक्का दूक्का घटना से ज्यादा नही हो सकता, लेकिन उसकी आड़ में पूरी सेना को लांछित करना सही कैसे हो सकता है। ऐसी घटनाओ का विरोध किया जाना चाहिए पर वैयक्तिशः न की संस्थागत।
कश्मीर भी बीमार है, उसकी बीमारी का कारण अलगाववादी सोच है जिसका समय रहते इलाज़ बहुत जरूरी है। सेना की दवा के साथ एक्स्ट्रा सप्लीमेंट दिया जाना बेहद जरूरी है, कोशिश की जानी चाहिए की कन्हैया जैसे बुद्धुजीवों को ऐसा कोई अवसर ही न मिले।
‪#‎जयश्रीकृष्ण‬

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