(राजस्थानी से हिंदी में) अनूदित पोस्ट

एकबार मेरी साली ने 👸 मुझे फोन किया कि , जीजाजी अब की बार खेत में खरपतवार बहुत है ...आप दो चार दिन काम करवा देना न पिलीज और ककड़ी तरबूज 🍉भी खा लेना !
तरबूज 🍉 का नाम आते ही मेरे मन में उमंगे धिनचक धिनचक डांस करने लगी 😋! पर फिर भी खरपतवार कौन उखड़ेगा भला?? मेरा तो पानी का लोटा भरने का भी कभी मन नही करता !
👶 टोरू की माँ बोली कि जाना तो पड़ेगा ....मेरी बहन कौनसा रोज काम के लिए कहती है ?.....चुपचाप जा कर काम करवा कर आ जाइए !
अब कोई चारा भी तो नही बचा .... मैं दूसरे दिन तैयार हो गया !
टोरू की माँ बोली कि ,
"वहाँ इंसानों की तरह रहना .... यहाँ की तरह आठ आठ रोटी।मत ठूसना और सुबह उठ कर ढंग से नहा धो लेना ओके... अगर मेरी बहन की कोई भी कम्प्लेन आई ना तो खोपड़ी से बचे खुचे बाल भी उखाड़ लूंगी."😳
मैंने हाँ में गर्दन हिलाई और ऊँट 🐪पर बैठ गया !
शाम के वक़्त साढू के घर जा पहुंचा....वहां मेरी खूब खातिरदारी हुई ... चूरमा और टिंडे की सब्ज़ी ...साथ ही मस्त मलाईदार दही मने बढ़िया भोजन करवाया !!
फिर मैंने थोड़ी देर अल्ला जिल्ला बाई की मांड गायकी 🎵 का लुत्फ़ उठाया और सो गया !!
सुबह जल्दी ही हम सब नहा धो कर खेत पहुँच गए और खरपतवार उखाडूं मिशन में जुट गए !!
अब भाइयो मेरा हाल तो ऐसा हो गया मानो....किसी ने नई नवेली गधी पर बीस मन बाजरी लाद दी हो !!😩😫😱
हे मोरे कन्हैया, हे दया निधान, कब यूँ दिन ढलेगा और कब मेरा पीछा छूटेगा !!
दोपहर हुई तो मेरी साली बोली कि....जीजाजी रोटी 🍪खा लो !!
मुझे भूख तो इत्ती जबरदस्त लग रही थी की कच्ची बाजरी का फाल चबा जाऊँ ....पर रिश्तेदारी थी और इज्जत का कचरा थोड़े न करवाना था !!
खैर , मैं और मेरा साढू खाने पर बैठे !
खाने में बाजरे की मस्त रोटियाँ, बिलकुल घी से तर और मटकाचर की चटनी !!
मेरी साली ने मुझे चार रोटियाँ दी और बोली -
"दीदी का मैसेज आया है कि ... तुम्हारे जीजाजी बस चार रोटी ही खाते हैं, उन्होंने नियम बना रखा है "
'अरे तेरा भला हो, शैतान औरत....और ये मोबाइल धोबाईल 📱और कुछ नही हैं बस मेरे जैसे बेचारों की मौत का सामान हैं !!
दस रोटी की भूख है और चार से संतोष करना पड़ रहा है 😢😢....ये चार तो बेचारी मेरे दांतो में ही चिपक कर रह जाएंगी ?? पेट में क्या घन्टा जाएगा !!
पर कोई उपाय नही था भाई लोग ...मैं चार रोटी ठुसी और ऊपर एक लोटा पानी पी लिया !!
जैसे ही मैंने लोटा खाली किया ...मेरी साली रोने लगी !
मैं बोला- अरे आप क्यों रोने लगे?
मेरी साली बोली कि, अब तो आप मरने वाले हो ?
- क्यों ??
- क्योंकि आपने जहर पी लिया !
मैंने कहा- क्यों ...पानी में जहर डाल रखा था ?
मेरी साली बोली -
"पानी में जहर नहीं था , पर टीवी पर बाबा रामदेव कह रहे थे ...खाने से पहले पानी पीयो तो अमृत और... खाने के बीच में पीयो तो दवा ...और खाने के तुरन्त बाद पानी पीयो तो जहर ...और आपने तो रोटी खाते ही पानी पीया है "
अब भाइयो मेरा दिमाग चल गया....मैंने कहा-
"अच्छा.... अगर पानी को बीच में ले आया जाए तो, तब तो नही मरूँगा ना ?"
मेरी साली बोली - अब भला बीच में कैसे लाओगे ?
मैंने कहा - आप चार रोटी और पकड़ाइये !😎
मेरी साली ने मुझे चार रोटी और दे दी...
मैंने वो चार रोटी भी फटाफट ठूस ली ,मेरा पेट ऑलमोस्ट भर गया, पर बाय गॉड आत्मा तृप्त हो गई !
मेरी साली भी खुश हो गई और बोली -
"जीजाजी का दिमाग बहुत तेज चलता है 😎...दीदी बड़े भाग्यवाली है तभी तो ऐसा👌 वर मिला है !! 😂😂😂😂

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