. ☘ 🌱 🌲 🌳 धीरे धीरे रे मना ♠♠♠♠♠


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बचपन में सुना था की काम कोई भी हो वो अपने सलीके से होता है, और जरूरत के अनुसार टाइम भी लगता है। बीज डाल कर तुरंत फल की आशा करने वालो को बेवकूफ ही कहा जाता है। और अपने भारतवर्ष में ऐसे महान बेवकूफों की कोई कमी नही। समझने में बहुत वक़्त लेते है हम लोग। जब देश आज़ाद हुआ तो सबको लगा रातो रात सब बदल जाएगा, सब चकाचक हो जाएगा लेकिन बेवकूफी के चलते विभाजन और दंगे ही मिले। थोडा सम्भले पर लगातार अपनी कमअक्ली के कारण एक ही परिवार को सत्ता दिए रखी, घण्टा ही मिला ना? फिर कुछ अक्ल आई एक राष्ट्रवादी को मौका मिला की वो कुछ करे, पर नही हम तो अब भी वही है, मने गधे के गधे, अभी के अभी अमरीका चाहिए यहां, सब कुछ परफेक्ट। कितनी ज्यादा गन्दगी फ़ैली है ये मेरे गधेड़े भाइयों की समझ से परे है इत्ती गन्दगी साफ़ करने में वक़्त लगेगा।
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Ajit Singhjit दद्दा की एक पोस्ट पढ़ी, nit कश्मीर के स्टूडेंट्स को लेकर, दद्दा ने आइना दिखाया तो हमारे गधो ने , जो कश्मीर से सिर्फ नक्शे और तस्वीरों में मिले है, दनादन दुलत्तियां भांजनी शुरू कर दी।
अजित जी का कहना था कि nit के लड़को ने जो किया उसके बाद उनकी सुरक्षा खतरे में है और उन लड़को को सुरक्षित सही सलामत रख पाना सरकार के लिए वाकई कड़ी परीक्षा होगी, उन 1600 लड़को में से एक को भी कुछ हो जाने का मतलब शेष भारत में कश्मीरियों के विरुद्ध गोधरा के समान प्रतिक्रिया को आमन्त्रित करेगा।
उनकी पोस्ट पर जो वाक् वीरो ने उगला उनमे मुख्य कुछ इस प्रकार से था।
" कश्मीर भारत का हिस्सा नही है क्या ?"
"आपसे ऐसी कायरता की उम्मीद न थी"
"हो जाने दो गोधरा पूरे भारत में"
"क्या इसी काम के लिए मोदी को लाये थे की भारत माता की जय कहने वालो को डंडे पड़े"
वगैरह वगैरह।
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तो बांगडुओ सुनो सवाल पूछना अच्छी बात है पर बेसिर पैर की बातें करने वालों को दुनिया सहानुभूति भी नही देती।
आपने कश्मीर को भारत का हिस्सा कहा, बिलकुल है जी पक्का वाला है पर सिर्फ टेक्निकली, एक्चुअली नही। सच्चाई जानने के लिए कश्मीरियो के किसी भी मोबाइल ब्रांच भटकती आत्मा से सम्पर्क कर लेना, मने की किसी भी कश्मीरी नागरिक से पूछ लेना, झटके में सच बाहर आ जाएगा। जब मैं वहां बी एड कर रहा था तो बार बार सुनने को मिलता था, अमारा मुलक गुलाम ए,इन्दुस्तान की फौज का कब्ज़ा जरूर हटाएंगे, हटना इ पड़ेगा, अब जब तुम इदर आओगे तो पासपोर्ट ले के आना पड़ेगा।
सीधी सी बात है, कश्मीर हमारे लिए सिर्फ अपने नक्शे में दिखानेभर के लिए हमारा है, हकीकत ये है की आर्मी न हो तो हमारा ये हक भी लात मार के छीन लिया जाएगा।
आपको अजित दद्दा से कायरता की उम्मीद नही थी? भई उम्मीद तो कोई बेवकूफी की भी नही करता पर आप लोगो ने की ना। नही समझे ? श्री श्री सन्नी देओल जी ने बोर्डर फिलिम में मेजर कुलदीप की आत्मा धारण कर बड़ी सुंदर उक्ति कही थी कि प्यारेलाल जंग मर कर नही दुश्मन को मार कर जीती जाती है। अजित दद्दा को ग्राउंड रियलिटी पता है, बारूद में ढेर पर बैठ कर लोहड़ी जलाने को वीरता नही मूर्खता ही कहा जाएगा। कश्मीर अलगाववादियों का गढ़ है मित्रो, वहां उन 1600 छात्रो की क्या गत बनाई जा सकती है, कल्पना से परे है।
गोधरा हो जाने दे? पर क्या ये जोश में बोल देने जितना आसान है ? मुर्ख प्रवंचना कर देश को गृह युद्ध में धकेल देना वीरता की निशानी होगा ? कल को 40 लोग तुम्हारे घर पर हमला कर दे तो उसके लिए तैयार हो ? बात करते है। मालदा हुआ पूर्णिया हुआ घण्टा उखाड़ लिया किसी का, थोथी लफ्फेबाज़ी करने से बचना चाहिए। जिस धर्म के जबरदस्ती ठेकेदार बने जा रहे हो कम से कम उसे एकता के सूत्र में तो बाँध लो। फेसबुक पर बैठेे बैठे खून की नदियाँ बहाने वालो यहां गाल बजाने से कछु न होगा।
अच्छा तो मोदी जी भी आपकी उम्मीदों पर खरे नही उतरे, है ना ? मोदी आ गए मतलब अलगाववादियों की मानसिकता बदल गई ? कुवें में छलांग लगा दो भई मोदी प्रधानमन्त्री बन गए अब तो, कोई नही डूबेगा। हद है यार। आतंकियों के किले में देश का झंडा लहराओगे तो डंडे का प्रसाद मिलना तो तय है, ईश्वर न करे की उससे ज्यादा वाला कुछ मिले।
ना जी नामोदी ने महबूबा को झप्पी दे दी अब तो सब गड़बड़ हो गया।
मेरे प्यारे डफ्रान्डु जरा सोचो की कंडीशन इत्ती खराब है की सरकार में होने के बावजूद कण्ट्रोल करने में पसीना आ रहा है, विपक्ष में रहकर क्या @#% उखाड़ लेते। ये ही मौका है सत्ता में रह कर उनकी नाक में नकेल डालने का।
ना जी ना मोदी जी तो लोहपुरुष है उन्हें खुद कुछ करना चाहिए।
हम्म तो क्या करना चाहिए मोदी को? भून दे सब के सब को जो भी भारत माता की जय बोलने से मना करे ? कितना आसान है वाओ, गधेड़े, सब बोल देने जितना आसान नही होता।
याद नही अखलाख एक मरा तो सारे नेता रुदाली मोड में आ गए थे, देश की राजनितिक रूप से अपरिपक्व जनता को मैसेज ये दिया की मोदी देश का भगवाकरण कर रहा है। कन्हैया की गोमती पर 4 पटाके पड़े तो उसको मीडिया ने हीरो बना दिया। क्या चाहते हो देश को तोड़ने की इच्छा रखने वाले आतंकवादियो को भी क्रांतिकारी बना दिया जाए ?
वापस वही आ जाओ जहाँ से चले थे, हर काम में वक़्त लगता है। कश्मीर की छाती पर चढ़ के भारत माता की जयघोष करने का साहस शुरू हुआ है, ऐसी घटनाये और भी होंगी, होती रहेंगी। कीचड़ साफ़ हो रहा है साफ़ किया जा रहा है धीरे धीरे।
‪#‎जयश्रीकृष्ण‬

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