🅱➕ बी पॉजीटिव यार... ♠♠♠♠

ओ हैलो !! कुछ और समझने की कोई जरुरत नहीं है, मैं आपको अपना ब्लड ग्रुप नहीं बता रहा हूँ ओके..कभी तो मुझे सीरियसली लिया करो यार.. मैं सकारात्मक सोच की बात कर रहा हूँ.. ये भी सचमुच बड़े कमाल की चीज है. अहम अहम 😊😊😊 थोड़ा टिपिकल होकर बात करें.? हमारे कार्यों की सफलता हमारी मानसिक स्थिति पर आधारित होती है, स्वयं महामना विवेकानंद जी का भी यह कथन है कि ' निराशाजन्य सोच सर्वदा असफलताओं का ही पोषण करती है..!!'
डोज कुछ ज्यादा तो नहीं हो गई न..? नहीं ? तो लीजिए आगे सुनिए मेरे एक मित्र है घसीटाराम.. अब भगवान ने नाम की तरह ही सोच भी दे दी बेचारे को घिसी हुई।
एक दिन मेरे पास आकर कहने लगे कि यार ये दुनिया बड़ी ज़ालिम है, हमऩे पूछा 'अरे भई ! अब क्या हो गया?'
बोला 'क्या बताए, क्या छुपाएं अरुण भाई'
हमने कहा कि 'अबे कुछ बोलोगे भी कॉकरॉच की दुम' 😬
तो बोला , 'सब के सब मतलबी लोग है, पड़ोस का छद्मीलाल वैसे तो बड़ा हिमायती बनता है आज उससे उसकी गर्लफ्रेंड का नम्बर मांगा था कमबख्त साफ मुकर गया, कहता है ये भी कोई बाँटने की चीज है, बड़ा आया फिलॉसोफर मेरा समोसा खाया तब तो याद नहीं आया तब तो फोकट में बड़े चटखारे ले ले कर खींसे निपोर रहा था..आज हम जान गये है भईया ये दुनिया मुझ जैसे अच्छे लोगों के लिए बनी ही नहीं है.ये सोच के आपके पास आया हूँ कि आपसे कह दूँगा तो दुख थोड़ा हल्का हो जाएगा 😢😢
मुझे उसकी रोनी सुरत देख कर तरस नहीं हंसी आ रही थी. 😊😊 मैंनें कहा 'पोपट प्यारे सुन,पहले तो थोबड़े की घड़ी का टाइम ठीक कर, और ये बता चिलगोजे के छिलके के तू छद्मी के पटोले को ५ रुपये का माल समझता है क्या? जो वो तुझे तेरे बासी समोसे के बदले में गिफ्ट कर दे? अबे बासी कढ़ी के फफूंद लगे पकोड़े ,तू कोई और जुगाड़ तलाश ले ना' 😤
मेरी बात सुनकर उसकी आँखों में थोड़ी चमक आई पर फिर से मायूस होकर बोला, पर भईया मुझे कोई लड़की भाव ही नहीं देती।
तो मैंनें कहा 'पोपट प्यारे, तेरे ये चमेली चुपड़े बालों को देखकर तो मैं भी तुझे भाव न दूँ, कोई लड़की क्यूँ देगी? '
बेचारे का मुँह और ज्यादा लटक गया 😢😢😢😢😖😖😖 अब तो मुझे भी उस पर तरस आ गया।
मैंनें कहा 'फिक्र नॉट प्यारे अब जब गलती से तुझे दोस्त
बोल ही दिया है तो दोस्त के लिए कुछ न कुछ करना तो पड़ेगा ही । तो बंधु पहले अपना हुलिया थोड़ा सुधार, आजकल जो दिखता है वही बिकता है, अरे जब शोरुम तबेले जैसा बनाओगे तो गोबर ही तो मिलेगा ना'
घसीटा मुझे बड़े ध्यान से सुन रहा था।
अचानक बोला तो अब मैं करुँ क्या?
मैं बोले जा रहा था, 'प्यारे थोड़े मॉर्डन बन जाओ थोड़े मॉर्डन दिखो, खुबसुरत लग, किसी लड़की को टार्गेट बऩा, वेलेंटाईन डे का वेट भूल के भी मत करना,वो तो वैसे भी तुझ जैसे छिछोरों की हजामत का दिन है। '
वो बोला "हाँ पिछली बार भी इस दिन मुझे लेडी पुलिस ने खूब धोया था।"
हमने कहा कि 'पार्टनर , अपुन कभी गलत सलाह नहीं देते किसी को, फिर तू तो अपऩा इच् पंटर है, तो बेटा लड़की के सामने छिछोरापन मत देखाईयो, खुबसुरत लड़की को खुबसुरत फूल दे, मीठी लड़की को चॉकलेट दे..पर प्यार से, और ......अकेले में!!'
उसने मुझे टोका 'अकेले में क्यूँ?'
मैंनें कहा के 'अबे गधे कभी तो इस तरबूज का इस्तेमाल किया कर जो भगवान ने तेरे कंधों के बीच रख छोड़ा है 😬😬😬😬 अबे प्राइवेसी भी तो कोई चीज है यार और मान लो अगर वो लड़की तेरी धुनाई भी कर दे तो किसी को पता भी नहीं लगेगा कि तू पिट के आया हैं, कुछ फिल्में विल्में देख, ईस्टाइल विस्टाइल सीख..ओके..??
ओके!!!
घसीटा भी इतने आत्मविश्वास से बोला तो लगा
कि पट्ठे को बात जम गई।
कई दिन बाद छद्मी मिला रोनी सुरत लिए
😢😢😢😢
हमनें पूछा कि 'प्यारे क्या हुआ?'
वो बोला 'न जाने घसीटा को अचानक क्या हुआ है, एकदम बदल गया है, बिलकुल हीरो लगता है।'
हम बोले ,"बोले तो एकदम रजनीकांत की तरह?"
वो बोला , "इग्जेक्टली,आपको कैसे पता?" उसने शकी ऩजर से मुझे देखा
😎😎😎😎
मैंनें कहा ' अरे तुम्हारी बातें सुनकर तुक्का मारा था'
वो बोला 'भईया पता नहीं कहाँ से पट्टी पढ़ कर आया है, नालायक नें मेरी इकलौती 'आईटम' पर ही हाथ साफ कर दिया, सुना है ४-५ और भी पटा रखी है '
😥😥😩😟😨😞
बोला कि 'घसीटा में इतनी हिम्मत नहीं हो सकती जरुर ये किसी और की खुराफात है, मुझे पता चल गया न तो मैं उसकी हड्डी पसली एक कर कर दूंगा'
कहकर उसने मुझे ..घूरा.।
मैंनें झेंप कर कहा, 'अरे छद्मी यार मुझे काम याद आ गया मुझे जाऩा है'
जाते जाते मैंने मुड़कर देखा तब भी वो मुझे घूर रहा था। घर आकर सोचा कि घसीटा को फोन कर के पूछूँ के छद्भी की आईटम क्यों उड़ाई? फोन किया तो आवाज आई
"हैलो हू'ज दिस?"
हमने कहा हम तुम्हारे अरुण भइया बोल रहे है, उसने कहा आई डोंट नो एनी पर्सन ऑफ़ दिस नेम,और फ़ोन काट दिया 😭😭😭😭😭
अब तो हमने माथा पकड़ लिया। लगता है घसीटा कुछ ज्यादा ही सकारात्मक हो गया था।😱😱😱😱😱
‪#‎जयश्रीकृष्ण‬
‪#‎पुरानीपोस्ट‬

6 टिप्‍पणियां:

  1. अब तक जितनी भी पोस्ट्स पढ़ी,ये उनमें से बेस्ट है.....'आई डोंट नो एनी पर्सन ऑफ दिस नेम' ये लाइन बेस्ट पार्ट है इस कहानी का👍

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  2. अब तक जितनी भी पोस्ट्स पढ़ी,ये उनमें से बेस्ट है.....'आई डोंट नो एनी पर्सन ऑफ दिस नेम' ये लाइन बेस्ट पार्ट है इस कहानी का👍

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